- भस्म आरती: राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, धारण की शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला
- भगवान महाकाल को दान में आई अनोखी भेंट! भक्त ने गुप्त दान में चढ़ाई अमेरिकी डॉलर की माला, तीन फीट लंबी माला में है 200 से अधिक अमेरिकन डॉलर के नोट
- भस्म आरती: राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, मस्तक पर हीरा जड़ित त्रिपुण्ड, त्रिनेत्र और चंद्र के साथ भांग-चन्दन किया गया अर्पित
- श्री महाकालेश्वर मंदिर में एंट्री का हाईटेक सिस्टम हुआ लागू, RFID बैंड बांधकर ही श्रद्धालुओं को भस्म आरती में मिलेगा प्रवेश
- कार्तिक पूर्णिमा आज: उज्जैन में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, माँ क्षिप्रा में स्नान के साथ करते हैं सिद्धवट पर पिंडदान
गुरुवार भस्म आरती दर्शन:मस्तक पर त्रिपुंड और त्रिशूल धारण कर राजा स्वरूप श्रृंगार
श्री महाकालेश्वर मंदिर में गुरुवार तड़के 4 बजे पट खोले गए। भस्म आरती में भगवान महाकाल का जल से अभिषेक करने के पश्चात मंत्रोच्चार के साथ दूध, दही, घी, शक्कर रस से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन किया गया। भांग, चंदन, सूखे मेवे, सिंदूर, आभूषण से मनमोहक श्रृंगार किया गया।
मस्तक पर रजत त्रिशूल और त्रिनेत्र के साथ शेषनाग का रजत मुकुट धारण कर रजत की मुंडमाल और रुद्राक्ष की माला, सुगंधित पुष्प से बनी फूलों की माला अर्पित की गई। फलों और मिष्ठान का भोग लगाया।
भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। महा निर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गयी। मान्यता है की भस्म अर्पित करने के बाद भगवान निराकार से साकार रूप में दर्शन देते है।